टी.बी अर्थात क्षय रोग का सर्वसाधारण और कारगर नुस्खा-
टी. बी. यानि क्षय रोग एक संक्रामक रोग है, जो जीवाणुओं की वजह से होता है। हमारे देश में लाखो लोग इस बीमारी से ग्रसित है| यह बीमारी Mycobacterium Tuberculosis नामक जीवाणु कि वजह से होती है। यह जीवाणु ज्यादातर हमारे फेफड़ो पर असर करते है| जब सांस के द्वारा यह जीवाणु आपके शरीर में जाता है तो तब टीबी होने का खतरा होता है।
निम्नलिखित विधि से इस बीमारी से बचे रह सकते है अगर आप इस बीमारी से पीड़ित भी हो तो भी यह नुस्खा आपके लिए अमृत समान है। आइये जाने इसकी विधि।
लहसुन का विधियपूर्वक सेवन करने वालों को तपेदिक( टी.बी) रोग नही होता। इस प्रकार के क्षय को दूर करने में लहसुन अमृत के समान है। लहसुन अतयंत प्रबल कीटाणुनाशक है और एंटीबायटिक ओषधियों का अच्छा विकल्प है। इसके प्रयोग से क्षय के कीटाणु नष्ट हो जाते है। आईये जानते हैं –
प्रयोग विधि –
प्रयोग करने से पहले लहसुन को छील लीजिये। इसे छिलने के पश्चात भी इसकी कलियों पर बहुत बारीक़ झिल्ली लिपटी रहती है, इसे भी अलग कर देना चाहिए। एक कली के तीन-चार टुकड़े कर लें और दोनों समय भोजन के बाद एक घंटे बाद लहसुन की दो कलियाँ चबाकर ऊपर से पानी पी ले अथवा एक कली चार टुकड़े कर एक-एक मुनक्का में दो-दो टुकड़े रखकर चबा जाएँ।
विशेष – लहसुन को पीस कर गुड़ मिलाकर खाने से फेफड़ों के ऐसे जख्म भी भर जाते हैं, जिनको लाइलाज कहा जाता है ।