क्या आपको अक्सर अपनी सांसों से आने वाली बदबू से झेलनी पड़ती है शर्मिंदगी, तो अपनाएं ये उपाय


हैलोटोसिस कही जानेवाली इस मे‌डिकल कंडिशन के कई कारण होते हैं, जैसे स्मोकिंग, ड्राय माउथ, मसूड़ों की समस्या, साइनस कंडिशन आदि. इन सबसे आपकी जीभ के पीछे या दांतों के बीच बैक्टीरिया को पनपने का मौक़ा मिलता है. इनसे छुटकारा पाने के लिए आपको अपना ओरल हाईजीन अच्छा रखना होगा. पर कुछ प्राकृतिक माउथ फ्रेशनर्स भी हैं, जो आपको सांसों की बदबू से राहत दिला सकते हैं.

सौंफ
सौंफ में ऐंटी माइक्रोबियल प्रॉपर्टी होती है, जो बैक्टीरिया से लड़ने में इसे कारगर बनाती है. तो आप खाना खाने के बाद एक टीस्पून सौंफ चबा लें. आप दिन में दो बार सौंफ वाली चाय भी पी सकते हैं. इसे यूं बनाएं-गर्म पानी में दो टीस्पून सौंफ डालें और 10 मिनट बाद उस पानी को पी लें.

दालचीनी
दालचीनी में सिनैमिक ऐल्डिहाइड नामक एक एसेंशियल ऑयल होता है, जो बैक्टीरिया का सफाया करके सांसों की बदबू को काफ़ी हद तक कम करता है. एक टीस्पून दालचीनी पाउडर, एक कप पानी में बॉइल करें. फिर इसे छान लें. अब इस पानी से कुल्ला करें. बेहतर नतीजे के‌ लिए यह नुस्ख़ा हर सुबह अपनाएं.

मेथी
मेथीवाली चाय सांस की बदबू को चमत्कारी ढंग से कम करती है, विशेष रूप से सर्दी, साइनस, ज़ुकाम आदि के दौरान सांसों से आनेवाली बदबू को. एक कप पानी में एक टीस्पून मेथी दाना उबालें. इसे छानकर यह पानी पिएं. इसका फ़ायदा ज़रूर होगा.

लौंग
लौंग एक प्राकृतिक माउथ फ्रेशनर है. इसके ऐंटीबैक्टीरियल गुण बैक्टीरिया को प्रभावकारी ढंग से ख़त्म करते हैं. तो यदि आपके मुंह से बदबू आ रही हो तो लौंग चबाएं. तुरंत सांसों की बदबू से राहत मिलेगी.

लेमन जूस
नींबू का एसिडिट गुण मुंह में बैक्टीरिया को पनपने नहीं देता. साथ ही इसकी तेज़ ख़ुशबू सांसों की बदबू को ख़त्म कर देती है. एक कप पानी लें, उसमें एक टेबलस्पून नींबू का जूस मिलाएं. फिर ऊपर से थोड़ा-सा नमक डालें और कुल्ला करें. सांसों में तुरंत ताज़गी का अनुभव होगा.

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