रोज गर्भनिरोधक गोली खाने से ज्यादा कारगर हैं प्रेग्नेंसी रोकने का ये तरीका, साइड इफेक्ट भी नही


शादी के बाद शुरुआती दौर में कपल उत्साह में कई बार गर्भनिरोधक का इस्तेमाल करने में इंट्रेस्ट नहीं लेते। जिससे यह भूल भारी भी पड़ जाती है। आज हम आपसे इसी मामले से जुड़ी कुछ बातें साझा करने वाले हैं। हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे तरीके जिनके बूते आप प्रेग्नेंसी को रोक सकते हैं। आमतौर पर इसके लिए कंडोम्स और बर्थ कंट्रोल पिल्स का इस्तेमाल किया जाता है। मगर इसके अलावा भी कुछ तरीके होते हैं। आज बात उन्हीं तरीकों की।

1.डाउचिंग ( प्रेग्नेंसी रोकने के उपाय )
वजाइनल डाउचिंग एक तरीका होता है जिसकी मदद से गर्भवती होने से बचा जा सकता है । इस प्रक्रिया में महिलाओं को एक तरल पदार्थ का उपयोग करके अपने योनि को सम्भोग के तुरंत बाद साफ करना होता है, किन्तु कई बार यह शुक्राणु को और ज्यादा गति से गर्भाशय के अंदर धकेलता है और इस वजह से गर्भावस्था से बचने के बजाए गर्भधारण में मददगार साबित होता है।

2.मासिक धर्म ( प्रेग्नेंसी रोकने के उपाय )
मासिक धर्म पर ध्यान देना आवश्यक है, कब शुरू होगा और इसकी अवधि कब तक है। विशेषज्ञों की माने तो मासिक धर्म के शुरू होने से तुरंत पहले और बाद में इस बात का ध्यान रखें कि ये कम फर्टाइल वाले दिन होते हैं और इन दिनों में बिना बचाव के यौन सम्बन्ध करने से गर्भावस्था को पूरी तरह से नही रोक जा सकता ।

3.बर्थ कंट्रोल पैच ( प्रेग्नेंसी रोकने के उपाय )
महिलाओं के शरीर में निकोटिन पैच की तरह ही बर्थ कंट्रोल पैच को स्किन पर चिपका देने से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टिन हार्मोन्स रिलीज होते हैं। जो Ovulation यानी एग्स का रिलीज होने से रोकते हैं। जिससे महिलाओं के गर्भवती होने के मौके कम होते हैं।

4.बर्थ कंट्रोल स्पंज ( प्रेग्नेंसी रोकने के उपाय )
गर्भ से बचने के लिए महिलाएं सॉफ्ट से स्पंज का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। इसे वेजाइना में इन्सर्ट करके सर्विक्स को कवर किया जाता है। जिससे पुरुष और महिलाओं के स्पर्म संपर्क में नहीं आते, साथ ही गर्भाशय तक पहुंचने से रोकता है।

5.महिला कंडोम ( प्रेग्नेंसी रोकने के उपाय )
महिला कंडोम लैटेक्स का बना होता है और यह एक अंगूठी और थैली की तरह होता है । इसे महिला के योनि में इस तरह डाला जाता है कि थैली अंदर अच्छी तरह से लग जाये और इसका अंगूठी रूपी भाग योनि के बाहर ही रहे । यह कंडोम सम्भोग के दौरान तेजी से निकले हुए वीर्य को जमा कर लेता है।

6.बर्थ कंट्रोल इम्प्लांटेशन ( प्रेग्नेंसी रोकने के उपाय )
बर्थ कंट्रोल इम्प्लांटेशन में माचिस की तीली के आकार की एक रॉड को बांह के अंदर डाला जाता है। इसमें भी शुक्राणु यानी ओवुलेशन रोकने वाले हार्मोन्स होते हैं। ये राड अपना असर तीन साल तक बरकरार रखती है।

7.डॉयफ्राग्मस
सभी महिला के योनि का आकार अलग होता है इसलिए उचित आकार के डॉयफ्राग्मस को योनि में अच्छी तरह से लगाकर गर्भवती होने से बचा सकता है । अगर यह योनि में फिट नहीं होता है तो इसका प्रयोग असफल हो जाता है।

8.हार्मोनल इंट्रायूटेरिन डिवाइस (IUD)
हार्मोनल इंट्रायूटेरिन डिवाइस एक प्लास्टिक डिवाइस है जो कि डॉक्टर की सलाह पर यूटरेस में इन्सर्ट किया जाता है। इसमें मौजूद हार्मोन स्पर्म को गर्भाशय तक पहुंचने से रोकता है। जिससे महिलाएं गर्भवती होने सुरक्षित रहती हैं।

9. सम्भोग के बाद पेशाब करना
महिलाएं अगर सम्भोग यानी सेक्स के  तुरंत बाद पेशाब कर लें तो गर्भवती होने से बच सकती हैं। पेशाब के साथ योनि के अंदर पड़ा वीर्य निकल जाता है, जिसके गर्भाशय की तरफ जाने कि सम्भावनाएं भी कम हो जाती है। पेशाब के दौरान गर्भाशय पर पड़ने वाले दबाव की वजह से योनि के अंदर गया हुआ शुक्राणु भी बाहर निकल जाता है ।


10. अदरक की जड़ें
अदरक को पानी में डाल कर 5 मिनट तक उबालें । इसे तब तक उबालें जब तक पानी आधा न हो जाएँ । इसे छानकर गरमा गर्म पी लें । इससे माहवारी के दौरान रक्स्राव बढ़ता है। अदरक काफी गरम होता है जिससे गर्भावस्था को रोक जा सकता है ।


11. पपीता
पपीता गर्भधारण को रोकता है और गर्भपात में भी मदद करता है। गर्भावस्था से बचना चाहती हैं तो इसका सेवन निरंतर और ज्यादा मात्रा में करना चाहिए। कुछ लोग इसे सम्भोग के तुरंत बाद खाने की सलाह देते हैं। अगर आप गर्भवती हैं तो इसका बिल्कुल भी सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह गर्भपात में सहायता करता है।

एक टिप्पणी भेजें

यहाँ पर आपको मिलती है हेल्थ न्यूज, डेली हेल्थ टिप्स और ताजा स्वास्थ्य जानकारियां। इसके साथ ही जीवनशैली और चिकित्सा जगत में होने वाली नयी खोजों से अवगत भी कराते हैं हम।