बेजान दारूवाला बता रहे हैं 2018 में किन कार्यों को करें और किन्हें टालें


हम बड़े फैसलों से पहले दुविधा में होते हैं और तब हमारी राशि के अनुरूप हमें राह तलाशने में आसानी हो सकती है। किस राशि के लिए 2018 में कौनसी राह आसान और कौनसी मुश्किल रहेगी यह जानकर आप सही दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। ख्यात ज्योतिर्विद बेजान दारूवाला बता रहे हैं राशि से किन कार्यों को करें और किन्हें टालें, नए साल में मिलेगी सुरक्षा या नया वर्ष लेगा परीक्षा?

ARIES यानी मेष (21 मार्च – 19 अप्रैल): आपके लिए यह वर्ष मध्यम रूप से फलदायी होने की आशा है। ग्रहों की गतियों पर सिलसिलेवार ढंग से नजर डालें तो अक्टूबर 2018 तक शुभ ग्रह के प्रभाव से आप एक सुखद दांपत्य जीवन का सुख उठा सकेंगे। जीवन साथी के साथ आपका तालमेल बढ़ेगा। दोनों जन साथ मिलकर जवाबदारियों को निभाने का प्रयास करेंगे। इस समय के दौरान अविवाहित जातक अपने लग्न से संबंधित निर्णय ले सकते हैं।

अगर आपका किसी के साथ प्रेम संबंध नहीं है तो इस अवधि में किसी खास व्यक्ति की ओर आकर्षित होने से उसके साथ प्रेम संबंध की नींव रख सकते हैं। शनि आपके भाग्य स्थान में भ्रमण करेगा। भाग्य-वृद्धि हेतु शनि का प्रभाव विलंब द्वारा विघ्न पैदा करेगा। विलंब व बाधा के साथ ही नई चुनौतियों का सामना करने के लिए मानसिक तैयारियां रखें। विदेश यात्रा के आयोजन में भी विघ्न आने की आशंका है।

मन-ही-मन आपको ऐसा लगता रहेगा जैसा नसीब मुंह फेरकर बैठा हो। कई बार कड़ी मेहनत करने पर भी भाग्य का साथ नहीं मिलने से अपेक्षित फल से वंचित रहने की शिकायत रहेगी। इस वर्ष के अंत तक राहु का चौथे स्थान में भ्रमण होगा। इससे इस समयावधि में बुजुर्गों से जुड़ी चिंता अधिक रहेगी। माता की ढीली तबीयत आपको चिंतित व परेशान रखेगी। पारिवारजनों की झोली में भरसक खुशियां डालने पर भी आप यश प्राप्ति से वंचित रह जाएंगे। वर्ष के आरंभ में दांपत्य जीवन में छोटी-मोटी खटपट लगी रहेगी जिसके दौरान आपके बीच आत्मीयता भी बढ़ेगी।

मई महीने के प्रारंभ से अक्टूबर के अंतिम चरण तक आपके दशम स्थान में केतु के साथ मंगल की युति प्रोफेशनल मोर्चे पर चौकन्नाा रहने की पूर्व सूचना दे रही है। खासकर कि दुश्मन और शत्रु बदनीयत से उकसाकर आपको गलत निर्णय लेने के लिए बाध्य कर सकते हैं। इस समय में आप जितना धैर्य रखेंगे उतना ही अधिक फायदे में रहेंगे। आपके स्वास्थ्य की बात करें तो वर्ष के आरंभ में जोड़ों में तकलीफ, ज्ञान-तंतु, बीपी और पाचन से संबंधित बीमारियों के अधिक उग्र होने से आपकी कार्यक्षमता पर बुरा प्रभाव पढ़ने की आशंका रहेगी।

TAURUS यानी वृषभ (20 अप्रैल – 20 मई): प्रोफेशनल मोर्चे पर विचार करें तो इस वर्ष देवों के गुरु बृहस्पति के प्रभाव से नौकरीवर्ग और फुटकर कामकाज करने वाले लोगों के अच्छी प्रगति की भविष्यवाणी है। आप दैनिक आमदनी के स्रोतों को बढ़ाने को लेकर विचार करते हुए इसमें एक अच्छा परिणाम मिलने की आशा कर सकते हैं। वर्ष के अंतिम दो महीने में भागीदारी, संयुक्त साहस और नया करार करने के लिए उत्तम समय है। इस समय के दौरान लिए गए निर्णय आपकी दूरदर्शिता का परिचय देंगे।

कारोबारीगण सूझबूझ के साथ व्यापार में विस्तार की योजना को अंजाम दे सकेंगे। हालांकि, किसी प्रकार के नए खर्च, नई पद्धति को अपनाते वक्त दूसरों की बातों में आकर भ्रमित होने की अपेक्षा अपने कौशल व कार्यकुशलता के अनुसार निर्णय लेना बेहतर रहेगा। लंबी अवधि के निवेश में नफे-नुकसान के बारे में सोचते हुए आगे बढ़ें अन्यथा आपकी गाढ़ी कमाई बेवजह अटक सकती है।

कामकाज में मिली सफलता से व्यावसायिक क्षेत्र और समाज में यश व प्रतिष्ठा के भागी होंगे। सामाजिक छवि सुधारने के अवसर आएंगे। स्वास्थ्य के मामले में आपको सावधानी बरतनी चाहिए। गंभीर अथवा पुरानी बीमारी से पीड़ित जातकों के उपचार में लापरवाही नहीं करें। पहले हुआ रोग फिर से उग्र हो सकता है। जोड़ों से जुड़ी तकलीफें आपको परेशान करेंगी। अनियमित आहार लेने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ेगा।

तनाव को दूर करने के लिए पर्याप्त आराम करें। सेहत से जुड़ी तकलीफ का शमन करने के लिए उपवास, डायटिंग और हीलिंग ट्रीटमेंट लेने की सलाह है। इस अवधि में प्रोफेशनल कारणों से विदेश में मुसाफिरी के योग बनेंगे। हालांकि, इस वर्ष के दौरान लंबी अवधि की यात्राओं में सावधानी बरतें अन्यथा जोर का आर्थिक फटका पड़ने का डर रहेगा। किसी आकस्मिक घटना से आपको भारी नुकसान का खतरा रहेगा।

भाई-बहन और मित्रों के साथ संबंधों में इस वर्ष सावधानी रखनी चाहिए। परस्पर आत्मीय होने पर भी आपके बीच फासला बढ़ने के आसार हैं। मई महीने के प्रारंभ से अक्टूबर के अंतिम चरण तक में भाग्य का साथ अपेक्षा से कम मिलेगा। विद्यार्थी जातकों को उच्च डिग्री की पढ़ाई में किसी विद्वान व्यक्ति की सलाह लेनी चाहिए। उनके कहे अनुसार ही आगे बढ़ना उपयुक्त रहेगा अन्यथा उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिल सकेगा।

GEMINI यानी मिथुन (21 मई – 20 जून): यह वर्ष शैक्षणिक प्रगति हेतु एक उत्तम व फलदायी रहने की संभावना है। खासकर कि नियमित पढ़ाई में जातकों की अधिक रुचि रहेगी। आपकी ग्रहण शक्ति के भी अच्छा रहने से विविध प्रकार के विषयों में गहराई से अभ्यास कर सकेंगे। हालांकि, आप ये बात याद रखें कि आपको पढ़ाई में अधिक मेहनत करनी होगी।

बात यह है कि परीक्षा के समय में क्षमता के होने पर भी आप विषयों को दोहरा नहीं पाने से आपका परफॉर्मेंस कमजोर जा सकता है। स्पर्धात्मक परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों के लिए वर्ष के अंतिम दो महीने अधिक शुभ-फलदायी रहेंगे। संतान प्राप्ति से संबंधित मामलों में एक मध्यम फलदायी समय कहा जाएगा। हालांकि, संतान के साथ आपका तालमेल बढ़िया रहेगा। आप पूरे वर्ष के दौरान प्रेम संबंधों में एक अच्छी स्थिति बनाए रखेंगे। शादी के लिए उत्सुक जातकों के लिए अक्टूबर के अंत तक का समय योग्य पात्र के साथ मुलाकातों को बढ़ा सकता है।

हालांकि, दांपत्य जीवन में थोड़ी नीरसता रहेगी। यह भी हो सकता है कि आप अपेक्षानुरूप संबंधों को विकसित नहीं कर पाएं। अविवाहित जातकों के लिए वर्तमान समय अपने प्रेम संबंधों का आकलन करने का होगा। शादीशुदा जातक अपने संबंधों की वास्तविकता को अंगीकार करेंगे। आप जीवनसाथी के साथ अपने संबंधों का निर्वाह करेंगे।

परेशानियों के समाधान के लिए तत्पर रहेंगे। इस अवधि में आप इस हकीकत से वाकिफ होंगे कि संबंध केवल मौज-मस्ती के लिए नहीं होते उनके साथ कर्तव्य व कटिबद्धता भी रहती है। समूचे वर्ष के दौरान आपको आर्थिक मोर्चे पर विवेकपूर्ण ढंग से आगे बढ़ना चाहिए। इनकम तयशुदा होने से आपको अपने खर्चों पर अंकुश रखना होगा अन्यथा की गई बचत कहां खप जाएगी इसका आभास तक नहीं होगा।

आपने जिन स्रोतों से कमाई की उम्मीद जताई होगी वहां से पैसे नहीं मिलने पर आपका आर्थिक आयोजन डगमगा सकता है। प्रोफेशनल साहसों में अप्रत्याशित नुकसान की संभावना को देखते हुए विस्तार से संबंधित कार्यों में सोच-विचारकर आगे बढ़िए। स्वास्थ्य के मामले में यह वर्ष सामान्य बीतेगा। हालांकि, वर्ष के अंतिम चरण में आपको मोटापे, लीवर और डायबिटीज की समस्या के मुद्दे चिंतित कर सकते हैं।

इसके दौरान छोटी बीमारियों को भी अनदेखा नहीं करें अन्यथा यह अंदर ही अंदर कब जहर फैला देगी इसका भान तक आपको नहीं होगा। मई महीने के प्रारंभ से अक्टूबर के अंत तक आपको जोड़ों और बवासीर इत्यादि की समस्याओं से अपनी रक्षा करनी चाहिए।

CANCER यानी कर्क (21 जून – 22 जुलाई): इस वर्ष के अधिकांश समय को अशांति और असमंजसता से व्यतीत करना पड़ सकता है। किसी व्यक्ति को लेकर आपके मन में अच्छे-बुरे विचार रहेंगे। इसकी वजह से शादीशुदा जीवन पर भी बुरा असर पड़ने का डर रहेगा। नए संबंधों की शुरुआत में भी आपको संभलकर चलना चाहिए अन्यथा आपके साथ छल होने का बराबर खतरा बना रहेगा।

ग्रह स्थिति आपके लिए जन्म स्थान से दूर जाने के योग बना सकती है। जीवनसाथी और परिवार के पीछे व्यय बढ़ जाएगा। स्थायी संपत्ति की खरीद होगी। परिवार की खुशी हेतु आप वाहन, गैजेट्स अथवा अन्य आरामदायक चीजों की खरीद करेंगे। घर को सुविधाओं से संपन्ना और उसके इंटीरियर को सुंदर बनाएंगे। परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए निवेश करेंगे। देवगुरु का तुला राशि में भ्रमण विद्यार्थी मित्रों के लिए शुभता लेकर आएगा। पढ़ाई की इच्छाशक्ति प्रबल बनेगी। जमीन-मिलकियत की खरीदी करने की तीव्र इच्छा होगी। सौदे व संपत्ति को खरीदते समय काफी सजग रहने की आवश्यकता पढ़ेगी। नए वाहन को खरीदने के अवसर आएंगे।

नौकरीशुदा के लिए मंद गति व एक स्थिर वेग से बढ़ने का समय रहेगा। आपको अपने कार्यों को समाप्त करने में भी देरी लगेगी। सहयोगियों और वरिष्ठ लोगों के साथ व्यवहार में भी उतार-चढ़ाव बना रहेगा। आपको अपने बल पर इस समयावधि को पार करना चाहिए। लक्ष्मी जरूर मिलेगी पर उसके लिए अथक परिश्रम करते रहना पड़ेगा।

नई नौकरी या कामकाज में पदोन्नाति की संभावनाएं कम हैं। इस वर्ष आपके द्वारा कोई ऐसा काम होगा जिसकी हर तरफ तारीफ होगी। भौतिक सुख-आराम की अभिलाषा रखेंगे। महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति हेतु किसी नए मार्ग का चुनाव करेंगे। याद रखें-सुख-सुविधाओं को पाने का पागलपन आपको अनैतिक मार्ग की ओर नहीं धकेल दे,नहीं तो बाद में पछतावे के सिवाय कुछ हासिल नहीं होगा। मई महीने के प्रारंभ से अक्टूबर के अंत तक का समय खासकर कि भागीदारी और नया करार करने के लिए ठीक नहीं है।

फिर भी परिस्थितिवश आपको यदि इस दिशा में चलना भी पड़े तो छोटी-छोटी बातों पर गौर करते हुए अपनी बुद्धि के अनुसार निर्णय लें। विवाहित जीवन में आपको गलत समझ लिए जाने से झगड़ने की नौबत आ सकती है। हालांकि, इस समय के दौरान प्रेम विवाह के काफी योग रहेंगे। जो लोग अपना दिल किसी और को दे बैठे हैं वे अपने प्रेम को अगले स्तर तक ले जाने का विचार कर सकते हैं। झुकाव समाज विरोधी कार्य के प्रति होगा। ग्रहों का कुप्रभाव आपके अंदर दंभ व स्वार्थ की वृत्ति को भड़का सकता है। स्वास्थ्य कल्याण की दृष्टि से ठीक समय कहा जाएगा।

LEO यानी सिंह (23 जुलाई – 22 अगस्त): इस वर्ष अक्टूबर महीने के अंत तक तुला राशि में गुरु का भ्रमण आपको मित्रों व वरिष्ठ लोगों से आर्थिक लाभ कराएगा। देवताओं के गुरु के सुख स्थान से गुजरना आपको सुख-सुविधाओं से वंचित रखेगा। लेकिन, भाग्य स्थान कहे जाने वाले नवम स्थान पर गुरु की दृष्टि पड़ना तकलीफों के बाद आपको फायदा पहुंचने का सूचक है। गुरु का भ्रमण आपको आकस्मिक धन लाभ देना।

हालांकि, पत्नी और परिवार के पीछे अधिक खर्च की तैयारियां रखें। आपको लोगों की जरुरतों को पूरा करने के लिए आर्थिक रूप से मजबूत रहने के लिए घनघोर परिश्रम करते रहना पढ़ेगा। विषय-सुख में कमी आएगी। इस समय अगर संभव हो तो भागीदार और व्यावसायिक सहयोगियों पर बहुत भरोसा नहीं करें। संयुक्त साहस करने में भी सावधानी रखने का परामर्श है। प्रोफेशनल स्तर पर आपके विरुद्ध कुचक्र रचा जा सकता है। आपके आवास अथवा नौकरी के स्थान में बदलाव के योग बन रहे हैं। कामकाज में नए स्थान के चुनाव को पसंद करेंगे।

काम को करने की किसी नई कार्यशैली को अपनाएंगे। विदेश गमन अथवा लंबी अवधि की मुसाफिरी के संयोग बनेंगे। मुसाफिरी या धार्मिक यात्रा में खर्चों के आसार हैं। विद्यार्थी जातकों को पढ़ने और विद्याभ्यास में अवरोध का सामना करना पड़ सकता है। विद्यार्थियों में एकाग्रता का अभाव रहेगा। करियर में कोई अच्छा अवसर मिलने की आशा है। शेयर बाजार में इस दौरान ग्रहों की मदद नहीं मिलने से सौदों को पक्का करते समय सचेत रहिए। सट्टे की प्रवृत्तियों से दूरी बनाए रखना एक अच्छा विचार कहा जाएगा। संतान से संबंधित बातों की आपके मन में टेंशन रहेगी। शनि का धनु राशि में भ्रमण के दौरान आपके छिपे प्रेम प्रसंग सार्वजनिक हो सकते हैं।

प्रेम संबंधों के कारण आप अपने करियर को दांव पर नहीं लगाएं। व्यापार में कभी-कभार मंदी से दो-चार होना पड़ सकता है। सांसारिक महत्व के शुभ कार्यों को आप अपने उत्साह व परिश्रम से पूर्ण करेंगे। इस समूचे वर्ष कर्क राशि में राहु का भ्रमण चलता रहने से आपको अपनी आरोग्यता का ध्यान रखना चाहिए। अनावश्यक चीजों में धन के बेवजह खर्च होने की आशंका रहेगी। छिपे शत्रुओं का भय बना रहेगा। विश्वासघात की भी आशंका रहेगी। नौकरी कर रहे लोगों के स्थानांतरण के हालात बन सकते हैं। मई महीने से अक्टूबर के अंत तक वर्कप्लेस पर किसी के साथ झगड़ा होने की आशंका रहेगी।

VIRGO यानी कन्या (23 अगस्त– 22 सितंबर): आर्थिक मोर्चे की दृष्टि से इस वर्ष को आशाप्रद कहा जाएगा। अक्टूबर के माह तक तुला राशि में और उसके पश्चात वृश्चिक राशि में गुरु का भ्रमण आपकी आवक को बनाए रख सकेगा। आपकी प्रगति के संकेत हैं। नौकरी में विकास के उत्तम अवसर मिलेंगे। धंधे के लिए प्रगतिकारक स्थिति रहेगी। तुला राशि में गुरु के भ्रमण से नए व्यावसायिक साहसों की शुरुआत होने के आसार हैं।

पुराने धंधे में देखते ही देखते उन्नाति होगी। सामाजिक संबंध अच्छे रहेंगे। आप किस सामाजिक कार्य में भाग लेंगे जिससे आपकी प्रतिष्ठा में सुधार आएगा। छात्रों के लिए एक अच्छा समय है। अपने खानपान की दिनचर्या को संयमित रखते हुए नियमित मेडिटेशन व कसरत पर जोर देने की सलाह है। इस वर्ष में यदि आप तंदुरुस्ती बनाए रखने के आकांक्षी हैं तो हमारी इस सलाह को अपना जीवन मंत्र बना डालें।

आपके शरीर पर वायु और पित्त का प्रकोप रहेगा। कुंडली में चौथे शनि के विद्यमान होने से कुटुंबीजनों से वियोग सहना पढ़ सकता है। धन का व्यय होने की आशंका रहेगी। हालांकि, इस परिस्थिति में गुरु का भ्रमण आपको अधिक राहत पहुंचाएगा। आय का साधन खड़ा करने का सुनहरा चांस मिलेगा। पर, मेहनत के सिवाय सफलता मिलते नहीं दिखती। कर्क राशि में राहु का भ्रमण दिल को कुछ राहत पहुंचाएगा। कार्यों में सफलता मिलने से लाभ होगा। कुंडली में 11वें स्थान में राहु की चाल आपके लिए शुभदायक है। इससे मित्रों की ओर से लाभ भी मिलेगा।। लेकिन, दूसरी ओर बड़े भाई को कोई क्षति पहुंच सकती है।

संतान की तबीयत यदि खराब चल रही होगी तो उसमें कुछ सुधार आने से मन को कुछ ठंडक मिलेगी। मई महीने के प्रारंभ से अक्टूबर के अंत तक संतान से संबंधित मामलें उत्पन्ना हो सकते हैं। नि:संतान दंपतियों को संतान प्राप्ति से जुड़ी परेशानियां रहेंगी। इस कालावधि में लव रिलेशंस में आपको काफी अलर्ट रहना होगा। वजह यह है कि आपके रिलेशन्स में जड़-मूल से बदलाव के संकेत मिलते हैं। प्यार में खोए रहने की वजह से लाइफ की दूसरी चीजें नेगलेक्ट होने के खतरे को देखते हुए इस ओर खास ध्यान रखें। आपके प्रेम प्रसंग की पोल खुल जाने से परिवार में हाहाकार मच सकता है। संपूर्ण वर्ष के दरमियान जीवन साथी के साथ छोटा-मोटा विवाद बने रहने के संकेत हैं।

LIBRA यानी तुला (23 सितंबर– 22 अक्टूबर): इस वर्ष में तुला राशि में गुरु का भ्रमण अक्टूबर के अंत तक रहेगा। यह आपके लिए अनेक रूप से फलदायी साबित होगा। आप कोई भी काम अथवा दूसरों के समक्ष अपनी बातें तर्कपूर्ण ढंग से करेंगे। कार्यशैली में परिपक्वता और विलक्षण सूझबूझ दिखाई देगी। शादी के लिए मंगलकारी समय कहा जाएगा।

नए संबंधों की शुरूआत करने में भी जातक की मुलाकात अपने मनमाफिक विपरीत लिंगी जातक से होने की संभावना है। अगर आपके विवाहेतर संबंध हैं तो दांपत्य संबंधों में भी तनाव की स्थिति उत्पन्ना हो सकती है। केवल जीवन साथी ही नहीं दूसरे अन्य लोगों के साथ भी संबधों में ध्यान रखें। आपकी उपेक्षा की जा रही हो ऐसा महसूस होता रहेगा। हालांकि, दूसरे के दिल में ऐसी कोई भावना नहीं होगी और संयोगवश आपके साथ ऐसा होता गया होगा। महीने के प्रारंभ से अक्टूबर के अंत तक आपको ध्यान रखना चाहिए। आप ऐसे कठोर वजनों का प्रयोग हरगिज मत कीजिए जिससे दूसरे का दिल दु:खी हो जाए। आपकी इनकम मर्यादित रहेगी।

निवेश से संबंधित मामलों में बहुत अधिक सोच-विचार करते रहने से कहीं ऐसा नहीं हो कि हाथ आया मौका निकल जाए। शनि का धनु राशि में भ्रमण आरोग्य, पराक्रम और सुखों में वृद्धि करेगा। आपके सुखों में इजाफा होगा। नौकर-चाकर का सुख मिलेगा। व्यावसायियों को अपने स्टॉफ की ओर से पूरी-पूरी मदद मिलेगी। पशुधन, जमीन की खरीद अथवा व्यवसायिक विस्तार के मौके आएंगे। भांति-भांति के लोगों से आपका मिलना-जुलना बढ़ेगा।

स्वास्थ्य का विचार करें तो ब्लडप्रेशर, डायबिटीज और हृदय से संबंधित बीमारियों की आशंका रहेगी। जो लोग पहले से किसी बीमारी से पीड़ित हैं उनको इस ओर लापरवाही से काम नहीं लेना चाहिए। कर्क राशि में राहु के भ्रमण की यह अवधि आपके लिए सावधानी रखने की कहीं जाएगी। आपके ऊपर झूठे आरोप लगाए जाने से बदनामी का डर रहेगा। शत्रुओं की संख्या बढ़ जाएगी। इसके अलावा, केतु के कुंडली के चौथे स्थान से भ्रमण करते समय आपको अपनी माता की हेल्थ का ध्यान रखना चाहिए।

SCORPIO यानी वृश्चिक (23 अक्टूबर – 21 नवंबर): इस वर्ष के ज्यादातर हिस्से में आप धार्मिक और परोपकार की प्रवृत्तियों में अधिक रुचि लेंगे। जो लोग स्वास्थ्य संबंधित रोगों से पीड़ित हैं वे खासकर लीवर, कूल्हे के भाग में दर्द, डायबिटीज, पाचन समस्या और मोटापे की समस्याओं में अक्टूबर के अंत तक अधिक सावधानी रखें। गुरु अक्टूबर के अंत तक तुला राशि और उसके पश्चात वृश्चिक राशि से भ्रमण करेगा। इससे आपकी तबीयत में उतार-चढ़ाव की आशंका रहेगी। आय व व्यय के अनुपात में वृद्धि होगी।

हालांकि, वसीयत की जमीन-जायदाद के विवादों का निर्णय आपके हक में आने की आशा रहेगी। नए मकान, जमीन अथाव स्थायी संपत्तियों में निवेश से संबंधित निर्णय ले सकते हैं। पर खासकर कि महीने के प्रारंभ से अक्टूबर के अंत तक मंगल और केतु युति में रहेंगे। इस कारण निवेश से संबंधित निर्णय उतावली में आकर अथवा दूसरों की बातों में आकर मत लीजिए अन्यथा आपके पैसे अटक सकते हैं। नुकसान होने का खतरा रहेगा।

हालांकि, अतीत में किए गए से कमाई के संकेत मिलते हैं। इस वर्ष आप गूढ़ विद्या और अध्यात्म का काफी गहन अध्ययन करेंगे। अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए किसी योग्य गुरु से जुड़ेंगे। सहज-ज्ञान बढ़िया रहेगा और ज्ञानवर्धक चीजों से लाभान्वित होंगे। विद्यार्थियों को शिक्षा क्षेत्र में कोई खास सफलता नहीं मिलेगी। प्रबल विदेश योग रहेगा। इस वर्ष में मुसाफिरी के अधिक योग हैं। धनु राशि में शनि का भ्रमण वाद-विवाद पैदा करेगा।

प्रियजनों से मतभेद कराएगा। अपनी ओर से कोशिशें करने पर भी शोकाकुल रहेंगे। जीवनसाथी के लिए कष्टदायक समय कहा जाएगा। गलत दिशा में धन का निवेश या आर्थिक नुकसान की प्रबल संभावना रहेगी। न्यायप्रिय शनि के धनु राशि में भ्रमण से ब्लडप्रेशर से जुड़ी समस्या हो सकती है। आरोग्य के लिए अनुकूल परिस्थिति नहीं लगती। आर्थिक दृष्टि से खर्चा कराने वाली अवधि कहलाएगी। जितने पैसे आएंगे नहीं उससे ज्यादा पैसे निकल जाएंगे।

व्यापार-व्यवसाय हेतु वर्ष की शुरुआत में चिंताजनक स्थिति कही जाएगी। हालांकि, समय गुजरने साथ-साथ आपको उन्नाति के अवसर भी मिलेंगे। नौकरी के लिए मध्यम फलदायी समय रहेगा। राहु के कर्क राशि में भ्रमण से चिर स्थायी लाभ मिलेगा। नौकरी में बढ़ोतरी के संयोग प्रबल बनेंगे। राहु के प्रभाव में विदेश यात्रा के संयोग बनेंगे। मुसीबतें बनी रहेंगी। तीर्थयात्रा की भी संभावना गणेशजी देख रहे हैं।

SAGITTARIUS यानी धनु (22 नवंबर– 21 दिसंबर): इस वर्ष के दौरान धार्मिक यात्रा के योग बन रहे हैं। तुला राशि में अक्टूबर महीने के दौरान गुरु के भ्रमण की वजह से परिवार के बड़े लोगों की ओर से समर्थन मिलेगा। सेहत अच्छी रहेगी। प्रेमीजन प्रेममय रहेंगे। नए संबंधों के शुरु होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता। गुरु का तुला राशि में भ्रमण लाभदायी रहेगा। परिवार के लिए उपयोगी नए साधनों की खरीदी का यह समय होगा।

घर की सजावट में इंट्रेस्ट लेते हुए खर्च करेंगे। नौकरी व धंधे में लाभ होगा। बड़े भाई, पुत्र, पौत्र, पत्नी, प्रेयसी और बुजुर्गों के मामले में कुल मिलाकर अच्छा फल मिलेगा। नौकर-चाकर और पड़ोसियों से सहयोग मिलेगा। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति का डेरा होगा। नव दंपतियों को संतान के रूप में फल मिलने की संभावना रहेगी। संतान का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। मित्रों और बुजुर्गों से फायदा होगा।

संतान से लाभ होगा और कौटुंबिक सुख भी मिलेगा। अविवाहितों के लग्न का योग बनेगा। सितंबर तक संतान के इच्छुक जातकों का संतान योग बनेगा। प्रेम संबंधों का असर आपके पारिवारिक जीवन, आजीविका और कामकाज के साथ-साथ आपकी कार्यक्षमता पर भी पड़ने की आशंका रहेगी। छिपे प्रेम संबंधों को अपने घर तक नहीं पहुंचने दें नहीं तो घर की शांति भंग हो सकती है। इस वर्ष शनिदेव पूरे साल धनु राशि में अड्डा जमाने वाले हैं। शनि के प्रभाव से आर्थिक रूप से आपके लिए धन के खर्चे वाला वर्ष कहा जाएगा। आय की अपेक्षा धन का व्यय अधिक रहेगा। व्यापार-व्यवसाय के लिए वर्ष की शुरुआत में चिंताजनक स्थिति रहेगी।

हालांकि, समय बीतने के साथ ही आपके सामने उन्नाति के मौके भी आएंगे। नौकरी के लिए एक मध्यम फलदायी समय रहेगा। शनि के प्रभाव से विवाहित जीवन में भी या भागीदारी के संबंधों में भी वाद-विवाद की स्थिति रहेगी। कुल मिलाकर, यह कहा जा सकता है कि यह वर्ष आपके धीरज की परीक्षा लेने वाला साबित हो सकता है। ईश्वर की शरण में जाने से आपके व्यथित मन को कुछ शांति मिलेगी। समूचे वर्ष के दौरान राहु-केतु बारी-बारी से कर्क और मकर राशि में भ्रमण करते रहेंगे। इन छायाग्रहों के कुप्रभाव से ससुराल पक्ष से जुड़े मुद्दे चर्चा में रहेंगे।

भागीदार के साथ कामकाज में सतर्कता बरतें। उपरांत, अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के ऊपर भी बहुत विश्वास न रखें अन्यथा किसी तरह के विश्वासघात के अंतत: शिकार हो सकते हैं। आपके कारोबारी प्रतिस्पर्धी आपको धंधे में एक जोरदार टक्कर दे सकते हैं। किसी भी स्थिति से निपटने हेतु मन में हौसला व साहस रखना आवश्यक रहेगा।

CAPRICORN यानी मकर (22 दिसंबर – 19 जनवरी): इस वर्ष के दौरान ननिहाल पक्ष के साथ आपके रिश्ते अच्छे रहेंगे। तुला राशि में गुरु के भ्रमण से प्रोफेशनल मोर्चे पर आपकी काफी अच्छी प्रगति होगी। अगर आपको कभी ऐसा लगे कि आपको उतना फल नहीं मिल रहा है तो निराश हुए बगैर प्रयास चालू रखिए। आपके यश और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। मां की तरफ के रिश्तों में भी सुधार रहेगा।

विपरीत लिंगी व्यक्तियों से हुए परिचय से प्रेम संबंध बनने की संभावना है। पसंदीदा साथी के साथ आपकी मुलाकात होगी। प्रेम का भेद परिवार में पता चलने से परिवार में हड़कंप मचने से तनाव का माहौल रहेगा। नवंबर के महीने से गुरु वृश्चिक राशि में आकर किसी प्रकार से आपके लिए लाभ की स्थिति पैदा करेगा। इस समय में शादी के आकांक्षी नवयुवकों के लिए उपयुक्त साथी मिलने की संभावना काफी रहेगी।

इस समय आपकी राशि में केतु तथा आपकी राशि से सप्तम स्थान में केतु का भ्रमण होने से भागीदारी के व्यापार में कोई बड़ा सौदा आपके हाथ से छूट जाने का अंदेशा रहेगा। दांपत्य जीवन में भी तनाव आ सकता है। पारस्परिक विश्वास की कसौटी का समय रहेगा। शनि का धनु राशि में भ्रमण परिवार में गलतफहमी की दीवार खड़ी कर सकता है। व्यवसाय और कामकाज में परेशानी का बुरा असर आपके संबंधों पर भी पड़ने का खतरा बना रहेगा।

जीवनसाथी की अस्वस्थता आपके लिए चिंताकारक रहेगी। जीवन में दुश्मनों की संख्या में इजाफा होगा। नौकरी करने वालों के लिए यह वर्ष शत्रुओं से लड़ते हुए आगे बढ़ने का कहलाएगा। हालांकि, कोई भी व्यक्ति आपको परास्त करने में सफल नहीं हो पाएगा। नए संबंध बनने की यह अवधि होगी। लेकिन, मई महीने के प्रारंभ से अक्टूबर के अंत तक की अवधि के दौरान बने संबंधों में अचानक से परिवर्तन आएंगे।

यह भी हो सकता है कि इन संबंधों का भविष्य ज्यादा दिन नहीं टिके। आपको अपने गुस्से पर अंकुश रखना चाहिए। इस समय खासकर कि बिजली के करंट, आकस्मिक चोट, रक्त संचरण से संबंधित समस्या और मानसिक दुविधाएं रहने की संभावना रहेगी। जहां तक हो सके नियमित रूप से कसरत और मेडिटेशन पर बल दीजिए। इससे आपको एकाग्रता और मानसिक स्थिरता बनाए रखने में मदद मिलेगी। किसी के पास से यदि आपको धन की वसूली करनी है तो उसकी ओर से पैसे हासिल होने में काफी देर लग सकती है।

AQUARIUS यानी कुंभ (20 जनवरी – 18 फरवरी): इस वर्ष ग्रहों की स्थिति का विचार करें तो अक्टूबर तक कृपालु गुरु तुला राशि में और नवंबर के महीने तक वृश्चिक राशि में भ्रमण करेगा। छायाग्रह राहु व केतु क्रमानुसार कर्क व मकर राशि में वहीं शनि धनु राशि में गतिमान रहेगा। मई महीने के प्रारंभिक चरण से अक्टूबर के अंतिम चरण के दौरान मंगल व केतु युति में रहेंगे।

अब हम यदि अन्य ग्रहों की स्थितियों को देखते हुए फलकथन पर विचार करें तो आपका दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। शादीशुदा जीवन की गलतफहमियां सुलझेंगी और पति-पत्नी के बीच आत्मीयता बढ़ेगी। नौकरी कर रहे लोगों को शत्रुओं से सावधान रहते हुए चलते रहना जरूरी रहेगा। प्रेम संबंध धीमी गति से आगे बढ़ेंगे। जो लोग पहले से ही संबंधों में हैं उनके वैवाहिक बंधन में बंधने अथवा संबंधों को अगले स्तर तक ले जाने में अवरोध आएगा।

संतान प्राप्ति में विलंब की आशंका है। भाग्य का साथ समूचे वर्ष मिलता रहेगा। वर्ष के अंतिम चरण में आप अपनी सूझबूझ से प्रोफेशनल मामलों का हल ढूंढने में सफल रहेंगे। पेशे में नवीन ऊंचाइयों को छुएंगे। उच्च शिक्षा में विद्यार्थीगण उद्देश्यपूर्ण ढंग से अध्ययन करेगा। जिन विद्यार्थीजनों को अपने मनपसंद विषय या अभ्यास क्षेत्र के चुनाव को लेकर दिक्कतें आ रही हैं उनको किसी योग्य व्यक्ति का मार्गदर्शन मिल सकेगा। परदेश में शिक्षा प्राप्ति की कोशिश कर रहे जातकों के लिए अक्टूबर महीने के अंत तक का समय आशाप्रद प्रतीत होता है।

समूचे वर्ष में आपको स्वास्थ्य के प्रति सावधानी रखनी चाहिए। खासकर कि ऋतु-संबंधी परेशानियों और भोजन के एक नियत समय पर नहीं होने से आप लगातार थकान और तनाव का अनुभव करते रहेंगे। खाने-पीने का विशेष ध्यान रखिए। जंक फूड से पेट खराब होने का डर रहेगा। किसी लंबी बीमारी की चपेट में भी आने का भी अंदेशा रहेगा। यात्रा-प्रवास अधिक रहेगा, पर उसका कोई खास फल नहीं मिलेगा।

निरंतर यात्राओं के चलते शारीरिक थकान और दुर्बलता महसूस हो सकती है। अंतत: किया गया यात्रा-प्रवास लाभदायी सिद्ध होगा। मई महीने के प्रथम चरण से अक्टूबर के अंत तक ड्राइविंग और मुसाफिरी का ध्यान रखना चाहिए। वजह यह है मन में चल रही अनेक बातों की वजह से किसी अनहोनी या दुर्घटना की भविष्यवाणी है।

PISCES यानी मीन (19 फरवरी – 20 मार्च): इस वर्ष में अक्टूबर के अंत तक गुरु तुला राशि में है। नवंबर महीना आर्थिक मोर्चे पर उतार-चढ़ाव वाला रहेगा। अक्टूबर के अंत तक धार्मिक, जनसेवा और चिकित्सकीय खर्चे अधिक रहेंगे। हालांकि, इसके बाद आपके लिए भाग्यशाली समय रहेगा। वर्ष के अंतिम चरण में किसी देवालय अथवा ज्योतिर्लिंग के दर्शन हेतु जाने का योग बन रहा है। प्रारंभिक समय में आपके बैंक बैलेंस में इजाफा होगा, पर व्यय अधिक होने से हाथ में उतने रोकड़े नहीं होंगे।

समय बीतने के साथ-साथ आपके सेविंग्स के प्रति गंभीर बनने से आपके लिए उत्तरार्ध का समय बेहतर हो जाएगा। चल-अचल संपत्ति में वृद्धि के संकेत हैं। गहनों, मकान और स्थायी संपत्तियों की खरीद के योग हैं। ग्रहीय हलचलें परिवार में तनाव के हालात बना सकती हैं। मुख्य रूप से मई महीने के प्रारंभ से अक्टूबर के अंत तक मित्रों, पिता और पिता समान व्यक्तियों के साथ व्यवहार में संयम रखने की सलाह है। इस समय दौरान प्रेम संबंधों में तनाव अथाव बिखराव की नौबत आ सकती है।

जन्मभूमि से दूर अथवा विदेश से होने वाले कामों में वर्ष का अंतिम चरण अधिक शुभदायी कहा जाएगा। भाई-बहनों के साथ किसी बात पर विवाद होने की आशंका रहेगी। लेकिन, चिंता नहीं करें बाद में संबंध फिर से बहाल हो जाएंगे। प्रेम संबंधों और संतान से संबंधित मामलों में अपनी अपेक्षानुसार सफलता नहीं मिलने से आपको इसका रंज व शोक रहेगा। पर, आप दूसरों के आगे अपने दुख को बयां नहीं कर पाएंगे।

शेयर बाजार और सट्टे की प्रवृत्तियों से इस पूरे साल दूर रहें अन्यथा कुबेरपति से खाकपति होने में जरा भी देर नहीं लगेगी। विद्यार्थी जातकों को इस वर्ष अच्छे अंक प्राप्त करने हेतु अधिक परिश्रम की आवश्यकता होगी। जन्म के ग्रहों का साथ नहीं मिलने से निष्फलता मिलने की आशंका रहेगी। हालांकि, वर्ष के अंतिम दो महीने उच्च डिग्री की पढ़ाई में आंशिक सफलता मिलती दिखाई देगी। व्यावसायिक मोर्चे पर आपके तमाम कार्य धीमी पर एक स्थिर गति से आगे बढ़ेंगे। प्रोफेशनल मोर्चे पर इस समय किसी द्रुत गति से प्रगति की आशा रखने की अपेक्षा चल रहे काम को व्यवस्थित रुप से करते रहने में ही अपना हित समझिए। नववर्ष शुभ हो।

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