आज दशहरे के दिन करें ये काम, कभी नहीं होगी धन की कमी !


वर्ष के स्वयंसिद्ध मुहूर्तों में से एक दशहरा यानी विजयादशमी भी है। शास्त्रों का कथन है कि इस दिन किया गया कार्य सौ फीसदी सफल होता है। इसमें कई शुभ कार्य करने के लिए मुहूर्त, पंचांग देखने की आवश्यकता नहीं होती है। सिद्ध योगियों और तांत्रिकों के लिए भी दशहरा विशेष सिद्धियां प्राप्त करने का दिन होता है।


दशहरे की रात्रि में तांत्रिक और साधक अनेक सिद्धियां हासिल करते हैं। चूंकि यह स्वयंसिद्ध दिन होता है इसलिए सामान्य गृहस्थ लोग भी इस दिन कुछ खास टोटके अपनाकर अपने जीवन की परेशानियों से मुक्त हो सकते हैं।

शमी वृक्ष के नीचे तेल का दीपक
  • दशहरे के दिन सायं के समय शमी वृक्ष के नीचे तेल का दीपक जलाने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। यदि आप किसी मुकदमे या पैतृक संपत्ति को लेकर विवादों में घिरे हुए हैं तो इस प्रयोग सभी स्थितियां आपके अनुकूल बनने लगेंगी।
  • दशहरे के एक दिन पूर्व यानी नवमी के दिन किसी पूजा की दुकान से 11 काली गुंजा लाएं। दशहरे के दिन प्रातः स्नानादि से निवृत्त होकर अपने पूजा स्थान में लाल आसन पर बैठें। गूंजा को गंगाजल और गाय के कच्चे दूध से धोकर पूजा स्थान में रखें। गूंजा की चंदन, कुमकुम आदि से पूजा करें। इसके बाद ऊं महालक्ष्म्यै नमः मंत्र की एक माला जापकर गूंजा को लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी या दुकान के गल्ले में रखें। वर्षभर धन की कमी नहीं होगी।

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नौकरी में तरक्की पाना चाहते हैं
  • यदि आप नौकरी में तरक्की पाना चाहते हैं तो इस गूंजा को अपने जेब में रखें। काली गूंजा आप पर आने वाले किसी संकट की सूचना भी दे देती है। यदि कोई संकट आने वाला है तो इसका रंग बदल जाता है। तब इन्हें जल में प्रवाहित कर दें और फिर किसी शुभ मुहूर्त में दूसरी गूंजा इसी तरीके से पूजन करके रख लें।
  • विजयादशमी के दिन जब सूर्यास्त होने वाला हो और आकाश में तारे उदय होने का समय हो वह काल सर्वसिद्धिदायक होता है। उस समय में ऊं अपराजितायै नमः मंत्र की पांच माला जाप करें। इससे जीवन में मनचाही सफलता पाई जा सकती है। शत्रुओं का नाश होता है। धन आगमन के मार्ग खुलते हैं और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
राम और हनुमान मंदिर में लाल ध्वज
  • दशहरे के दिन राम और हनुमान मंदिर में लाल ध्वज लगाएं। इससे जीवन के कष्टों का नाश होता है। खासकर शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है।
  • दशहरे से शरदपूर्णिमा तक प्रतिदिन रात में करीब 10 मिनट चंद्रमा को बिना पलक झपकाएं निहारें। ऐसा करने से नेत्रों की ज्योति बढ़ती है।
  • नेत्र संबंधी रोग समाप्त होते हैं और मस्तिष्क उर्वर बनता है।
  • दशहरे के दिन नागकेसर का पौधा लाकर उसे घर में लगाएं। नियमपूर्वक उसका ध्यान रखें।
  • जैसे-जैसे पौधा बढ़ता जाएगा आपके जीवन में भी तरक्की होती जाएगी।
  • दशहरे के दिन से प्रारंभ करते हुए लगातार 43 दिन तक श्वान को एक-एक बेसन का लड्डू रोज खिलाएं। इससे धन संचय में वृद्धि होती है। खर्च में कमी आती है और फिजूलखर्ची से बच जाते हैं। यदि परिवार में कोई व्यक्ति लगातार बीमार चल रहा हो तो इस प्रयोग से उसके रोग दूर होने लगते हैं।
विवाह में बाधा
  • यदि किसी युवक-युवती के विवाह में बाधा आ रही है तो दशहरे के दिन कच्ची हल्दी की तीन गांठ लेकर दुर्गा मंदिर में जाएं। उन गांठों को दुर्गा प्रतिमा से स्पर्श करवाकर अपने शीघ्र विवाह की कामना करें और घर आकर उन्हें पीले कपड़े में बांधकर अपने पास रख लें।
  • शिक्षा के क्षेत्र में सफल होने के लिए विद्यार्थी दशहरे के दिन प्रातः के समय पूजा स्थान में बैठकर स्फटिक की माला से ऊं ऐं मंत्र की 11 माला जाप करें। माला पूरी होने के बाद वह माला पहन लें। इससे उनके बौद्धिक कौशल में वृद्धि होगी और परीक्षाओं में सफलता मिलने लगेगी।

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