जब शरीर के किसी भी हिस्से का एक भी बाल जड़ से टूट जाता है तो वहां घाव के साथ फोड़ा बन जाता है। और फिर इसमें पस बन जाती है। जिसे बालतोड़ के नाम से जाना जाता है। हालांकि बालतोड़ होना एक समान्य बात है, लेकिन इसमें असहनीय दर्द होता है और शरीर में बेचैनी बनी रहती है। दर्द इतना होता है कि कपड़ा लगने से भी पीडि़त इंसान चिल्ला उठता है। लेकिन अब आपको घबराने की जरूरत नहीं हैं क्योंकि आयुर्वेदिक उपायों के जरिए बालतोड़ के दर्द से निजात पाई जा सकती है।
आयुर्वेदिक डॉक्टर शिल्पी का कहना है कि बालतोड़ होने पर हल्दी पाउडर का लेप बनाकर लगाने से बालतोड़ से जल्दी छुटकारा मिलता है। हल्दी में मौजूद एंटी-इफ्लेमेटरी और नैचुरल ब्लड प्यूरीफायर गुण बालतोड़ के कारण होने वाली सूजन और दर्द को दूर करता है।
बालतोड़ के लिए मेहंदी
जिन लोगों को बालतोड़ वाले हिस्से में बहुत ज्यादा जलन होती है, उनके लिए मेहंदी बहुत ही उपयोगी उपाय हो सकता है। मेहंदी में मौजूद ठंडक गुण जलन को शांत करने में मदद करते हैं। जी हां पीसी हुई मेंहदी भिगोकर उसे बालतोड़ के स्थान पर गाढ़ा-गाढ़ा लेप सुबह और रात को लगाने से जलन के साथ-साथ बालतोड़ भी जल्दी ही ठीक हो जाता है।
एंटीबैक्टीरियल गुणों वाली नीम
नीम में एंटीबैक्टीरियल गुण के साथ एंटीमाइक्रोबियल गुण होता है। यह बालतोड़ को आपकी त्वचा से पूरी तरह और बिना किसी दुष्प्रभाव के हटा देता है। इसके लिए मुट्ठी भर नीम की पत्तियों को लेकर उसको पीसकर लेप बना लें। इसे त्वचा के प्रभावित हिस्से पर लगा लें।
प्याज का जादू
प्याज में एंटीसेप्टिक गुण होते है, जिसके कारण यह बालतोड़ के उपचार में काम आता है। प्याज का एक स्लाइस घाव पर रखें और उसपर कपड़ा बांध लें। एक या दो घंटे के बाद इस कपड़े को हटा लें।
दही और जीरा पाउडर
दही और जीरे या काली मिर्च के पाउडर के इस्तेमाल से भी बालतोड़ को दूर किया जा सकता है। बस आपको जीरे को बारीक पीसकर उसे दही में मिलाकर पेस्ट बनाकर बालतोड़ पर लगाना है। इससे बालतोड़ की समस्या से जल्दी छुटकारा मिलता है। इन आयुर्वेदिक उपायों के जरिए आप बालतोड़ के दर्द से निजात पा सकते हो।