पेशाब का संक्रमण (Urine Infection) किडनी (Kedney) का एक खतरनाक रोग है – पेशाब (Urine) में जलन होना एक साधारण समस्या है. ज्यादातर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं. यह कुछ समय के लिये ही होती है और कभी कभी यह महीनो के लिए है. महिलाओं और पुरुष दोनों को ही होती है. गुर्दा (Kidney) मानव शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है.
Kidney के रोगों के इलाज के लिये कुछ ज़रुरी टेस्ट करवाने पड़ते हैं. ये टेस्ट इस प्रकार है.
- पेशाब (Urine) का परीक्षण
- खून (Blood) का परीक्षण
- खून (Blood) में क्रिएटिनिन और यूरिया की मात्रा
- किडनी (Kidney) की सोनोग्राफी (Sonography)
- पेट का एक्सरे (Abdomen X-Ray)
- आई. वी. पी (V.P.)
पेशाब (Urine) का संक्रमण किडनी (Kidney) का एक महत्वपूर्ण तथा खतरनाक रोग है. इस मुख्य लक्षणों में पेशाब (Urine) में जलन होना, बार-बार पेशाब (Urine) आना, पेट में दर्द होना, बुखार आना हैं. अगर पेशाब (Urine) की जाँच में मवाद का होना पाया जाता है. तो यह रोग होने की पुष्टि करता है. यह रोग दवा खाने से ही ठीक जाता है. अगर यह रोग बच्चों में हो जाए तो विशेष देखभाल की जरूरत होती है.
यदि आपको पेशाब (Urine) का संक्रमण हमेशा हो जाता है. तो आपको मूत्रमार्ग में अवरोध, पथरी (Stone), मूत्रमार्ग की टी.बी. रोगों के लिए जाँच करवानी चाहिए. बच्चों में पेशाब (Urine) में संक्रमण होने का मुख्य कारण V.U.R. (Vsiko Uretrik Reflex) है. V.U.R. (Vsiko Uretrik Reflex) में मूत्राशय और मूत्रवाहिनी में जन्म से ही खराबी होती है. जिसके कारण पेशाब मूत्राशय से उल्टा मूत्रवाहिनी में Kidney की तरफ चला जाता है.