डायबिटीज के मरीज घूमने जाते समय किन बातों का ख्याल रखें?


यदि आपको डायबिटीज है, तो आपको कहीं भी किसी दूसरे शहर या यात्रा पर जाने से पहले खास योजना बनाने की जरुरत पड़ती है। आपके खानपान, शारीरिक सक्रियता और टाइम जोन में आए बदलाव के कारण आपके ब्लड शुगर का लेवल कम या ज्यादा हो सकता है। लेकिन यदि आप कहीं जाने से पहले योजना बना लेते हैं, तो इससे आप की यात्रा ज्यादा आसान और सुखद हो सकती है।

ट्रिप से पहले की योजनाएँ:-

डॉक्टर से अपनी इस योजना के बारे में चर्चा करें। डॉक्टर से अपनी दवाइयोँ की सूची बनवा लें , और दवाइयोँ को अपने साथ लेकर जाएँ या फिर सूची को साथ रखें ताकि जरुरत पड़ने पर आप उन्हें खरीद सके। यदि आप अपने निश्चित टाइम जोन से बाहर जा रहे हैं, तो डॉक्टर से इंसुलिन की सही व्यवस्था करने की लिए भी कहें।
  • उससे ज्यादा खुराक अपने साथ रखें जितना कि आपको लगता है कि जरुरत पड़ सकती है। यदि आपको टिके लगवाने बाकी हैं।, तो उन्हें बाहर जाने से कम से कम तीन से चार हफ्ते पहले ही लगवा ले क्योंकि, इनसे आपके ब्लड शुगर पर प्रभाव पड़ सकता है और यदि ऐसा होता है तो आप डॉक्टर से मिलकर पहले ही इसे नियंत्रित कर सकतें हैं।
  • हमेशा तैयार रहें आप जहाँ जा रहें हैं, वहाँ की चिकित्सा व्यवस्था के बारे में पहले ही जानकारी ले लें।
  • एयरलाइन, होटल, या क्रूज जहाज पर जाने से पहले अपने लिए विशेष भोजन के बारे में पहले ही बात करें।
  • जिस जगह जा रहें हैं, वहां की भाषा में अपनी समस्या को बताने का अभ्यास जाने से पहले कर लें। उदाहरण के तौर पर, ‘मुझे सहायता की जरूरत है’, ‘मुझे डायबिटीज है’, ‘अस्पताल कहाँ है’ और ‘मुझे शुगर की जरूरत है’।

क्या साथ में लेकर जाएं?

  • कहीं भी जाने से पहले अपने डॉक्टर का नाम और फोन नंबर जरुर ले ले इसे हमेशा अपने साथ रखें।
  • दवाइयोँ की एक सूची हमेशा अपने साथ में रखें।
  • अपनी कोई ऐसी चिकित्सकीय पहचान अपने साथ रखें जो आपके बारे में बता दे कि आपको डायबिटीज है।
  • दवाइयाँ, सिरेन्ज, इन्हेलर, ब्लड टेस्टर और सभी दवाइयाँ अपने उस हैण्ड बैग में रखें। ध्यान रहे कि बैग खोए नहीं। ज्यादा गर्म, ठंडी या कार्गो होल्ड में न बैठें।
  • दवाइयाँ और स्वास्थ्य से जुड़ी बाकी सभी चीज़ों को उस से ज्यादा मात्रा में लेकर जाएँ जितने कि आपको लगता है कि जरुरत है।
  • जो आपके साथ जा रहा है, उसे भी अपनी दवाइयों और मेडिकल चीजों के बारे में जानकारी दें।
  • अपने साथ कुछ ऐसे खाद्य-पदार्थ भी रखें जिनमें पर्याप्त मात्रा में शुगर हो, ताकि आपका ब्लड शुगर का लेवल कम होने पर आप उन्हें प्रयोग कर सकें।

एयरपोर्ट पर

जब आप एयरपोर्ट पर पहुंचे तो सुरक्षा कर्मियों को अपने डायबिटिक होने और चिकित्सा संबंधी चीजों की जानकारी दे दें। You can take आप अपने चिकित्सा संबंधी सामान को सुरक्षा चौक के माध्यम से ले जा सकते हैं, लेकिन आपके साथ डॉक्टर द्वारा दी गई स्लिप और सामान पर निर्माताओं के लेबल भी चाहिए।

यदि आपके पास इंसुलिन भी है, तो आपको सिरेन्ज ले जाने की अनुमति भी दे दी जाएगी।

यदि आपने इंसुलिन पंप पहना हुआ है तो सुरक्षा जांच को इसकी भी जानकारी दें। सुरक्षाकर्मी इसे मीटर के द्वारा जांच लेंगे, लेकिन हो सकता है कि वह इसे उतरवा भी दे।

परिवहन सुरक्षा प्रशासन की वेबसाइट पर जाकर नए नियमों और कानूनों के अनुसार आपको क्या लेकर जाना है और क्या नहीं इसे भी चेक कर लें।

यात्रा के दौरान इन्सुलिन का प्रयोग

यदि आपको हवाई यात्रा के दौरान, इंसुलिन के इंजेक्शन की आवश्यकता पड़ती है, तो उसके लिए सामान्य प्रक्रिया का ही प्रयोग करें। लेकिन एक बात ध्यान रखें कि शीशी से इंजैक्शन में इंसुलिन लेते समय, हवा केवल आधी मात्रा में ही भरे, क्योंकि एरोप्लेन में हवा का दबाव धरती के जैसा नहीं होता।

यदि आप इन्हेल इंसुलिन लेते हैं, तो आपको कुछ भी अलग करने की जरुरत नहीं है।

अपने इंसुलिन की बोतल को 33 F और 80 F के बीच के तापमान में न खोलें। न ही तो इसे सीधे तौर पर धूप में रखे, और न ही फ्रिज में। यदि एक बार आपने इंसुलिन की शीशी को खोल लिया तो आप इसे 10 दिनों तक कमरे के सामान्य तापमान पर रख सकते हैं।

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