इन योगासन से पाएं कुछ ही दिनों में कमर दर्द से निजात


आजकल की दिनचर्या में हम लोग 90 फ़ीसदी काम झुककर करते है जिसके कारण पीठ दर्द, सरवाइकल, कमर दर्द जैसी बीमारियां आम हो गई हैं। इससे राहत पाने के लिेए हमलोग दवाओं का सहारा लेते है जिनसे हमें आराम तो मिल जाती है लेकिन दवा का प्रभाव खत्म होते ही दर्द पहले की भांति होने लगता है और इनका ज्यादा सेवन करने से हमे नुकसान भी पहुंचाती है। सामान्य दर्द को दूर करने के लिए दवा से बेहतर उपाय है योगा। सरवाइकल, कमर दर्द जैसी बीमारियां मकरासन और शयनासन योग के द्वारा आसानी से छुटकारा पा सकते है। इन योगा को हर उम्र के लोग कर सकते है।

मकरासन

मकरासन पेट के बल लेटकर किया जाता है। इस आसन में हमारे शरीर की आखिरी अवस्था की आकृति मगर यानि मगरमच्छ की तरह प्रतीत होती है इसीलिए इसे मकरासन कहते है।

ऐसे करें
सबसे पहले पेट के बल लेट जाइए। दोनों हाथ को कोहनियों को मिलाकर स्टैंड बनाते हुए हथेलियों को ठोडी के नीचे लगाइए। छाती को ऊपर उठाइए। कोहनियों और पैरों को मिलाकर रखें। अब श्वास भरते हुए पैरो को क्रमशः पहले एक-एक तथा बाद में दोनों पैरों को एक साथ मोड़ना है। इसके बाद श्वास बाहर निकालते हुए पैरों को सीधा करें। यह आसान 20-25 बार करें।

फायदे
इस आसन से दमा रोग में काफी फायदा मिलता है क्योकि इसे करने से फेफड़े फैलते है जिससे इनके अंदर प्राणवायु अधिक मात्रा में अंदर जाती है और दूषित वायु बाहर निकलती है।
मकरासन सरल होते हुए भी स्लिप डिस्क, श्याटिका और सरवाइकल के दर्द में अच्छे परिणाम देता है क्योंकि मकरासन दो कशेरुकाओं के बीच के दबाव को कम करता है।

शयनासन

सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं और दाएं पैर के घुटने को दाई तरफ मोड़ें जिससे घुटना छाती के पास आ जाए। अब दाई बाजू को भी कोहनी से मोड़ें और दाई हथेली को चेहरे के करीब रखें और गर्दन को भी दाई ओर मोड़ें और ज़मीन पर टिकाकर आंखें बंद कर लें और पूरे शरीर को ढीला छोड़ दीजिए। कुछ समय इसी अवस्था में रहने के बाद यही क्रिया बाई तरफ से करें और सांस सामान्य रखें।

फायदे
यह आसन करने से आंतों में हल्का खिंचाव महसूस होगा जिससे आंतों की हरकत बढ़ जाती है और कब्ज दूर हो जाएगा।
जब भी हम लेटकर पीछे झुकने वाले आसन करते हैं तो हर आसन के अंतराल में हमें शयनासन करना चाहिए। ऐसा करने से संतुलन बना रहता है।

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