आलू संवारता है आपकी सेहत भी और सूरत भी!

  •     चेहरे की झुर्रियों पर पिसा हुआ आलू लगाने से होता है फायदा।
  •     पथरी में भी आलू का सेवन काफी मददगार साबित होता है।
  •     कब्‍ज के इलाज में भी आलू बेहद उपयोगी होता है।

आलू सबसे ज्यादा लोकप्रिय और सबसे ज्यादा प्रयोग की जाने वाली सब्जी है। आलू की खासियत है कि वो हर सब्‍जी के साथ एडजस्‍ट हो जाता है। हालांकि आलू को इस गलतफहमी की वजह कि इससे मोटापा बढ़ता है। लोग इसे खाने से कतराते है। लेकिन आलू के जबरदस्त फायदों के बारे में जानकर आप इसे रोजाना ज्यादा से ज्यादा खाने में शामिल करने लगेंगे।

खाने में तो आलू स्‍वाद होता ही है, लेकिन इसके कई औषधीय और सौंदर्य से जुड़े गुण भी हैं। आलू पौष्टिक तत्वों से भरा होता है। आलू में सबसे ज्यादा मात्रा में स्टॉर्च पाया जाता है। आलू क्षारीय होता है, जिसे खाने से शरीर में क्षारों की मात्रा बरकरार रहती है। आलू में सोडा, पोटेशियम, और विटामिन 'ए' और 'डी' पर्याप्त मात्रा में होता है। इसके अलावा आलू में मैग्नेशियम, फास्फोरस, आयरन और ज़िंक भी होता है। आलू के कार्बोहाईड्रेट और प्रोटीन, ग्लूकोज और एमिनो एसिड में बदल कर शरीर को तुरंत शक्ति देते है। इसके अलावा आलू में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते है। जो फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान से बचाते है।
फायदेमंद आलू

आलू के तत्व हड्डी को मजबूत बनाते है। भुना हुआ आलू खाने से पेट भर जाता है और आप दूसरी ज्यादा कैलोरी वाली चीजें खाने से बच जाते है। इस तरह ये वजन कम करने में सहायक है। इसके फाइबर भी वजन बढ़ने से रोकते है। आलू को हमेशा छिलके समेत पकाना चाहिए। क्योंकि, आलू का सबसे अधिक पौष्टिक भाग छिलके के एकदम नीचे होता है, जो प्रोटीन और खनिज से भरपूर होता है। आलू को उबालकर या भूनकर खाया जाता है, इसलिए इसके पौष्टिक तत्व आसानी से पच जाते हैं। आइए हम आपको आलू के गुणों के बारे में बताते हैं।

आलू के गुण

  1. चोट लगने पर आलू का प्रयोग करना चाहिए। कभी-कभी चोट लगने के बाद त्वचा नीली पड़ जाती है। नीले पडे जगह पर कच्चा आलू पीसकर लगाने से फायदा होता है।
  2. झुर्रियों से बचाव के लिए आलू बहुत फायदेमंद होता है। झुर्रियों पर कच्चे आलू को पीसकर लगाने से झुर्रियां समाप्त होती हैं।
  3. त्वचा की एलर्जी या फिर त्वचा रोग होने पर आलू का प्रयोग करना चाहिए। कच्चे आलू का रस लगाने से त्वचा रोग में फायदा होता है।
  4. अगर अं‍तडियों से सडांध आ रही हो तो भुने हुए आलू का प्रयोग करना चाहिए। इससे पेट की कब्ज और अंतडियों की सडांध दूर होती है।
  5. अम्लपित्त होने पर आलू का प्रयोग करन चाहिए। अम्लपित्त से बचाव के लिए आलू को सेंककर, उसका छिलका निकालकर, नमक और मिर्च के साथ खाने से फायदा होता है।
  6. गुर्दे की पथरी होने पर आलू का प्रयोग करना चाहिए। पथरी के रोगी को केवल आलू खिलाकर और बार-बार अधिक पानी पिलाकर पथरी को निकाला जा सकता है।
  7. आलू को गोला काटकर आंखों पर रखने से आंखों के आसपास की झुर्रियां समाप्त होती हैं।
  8. चेहरे की रंगत के लिए आलू बहूत फायदेमंद होता है। आलू को पीसकर त्‍वचा पर लगाने से रंग गोरा हो जाता है।
  9. आलू के रस को शहद में मिलाकर बच्चों को पिलाने से बच्चों का विकास अच्छे से होता है।

आलू के हरे भाग को बिलकूल नहीं खाना चाहिए। क्योंकि हरे भाग में सोलेनाइन नामक विषैला पदार्थ होता है जो शरीर के लिए नुकसानदायक होता है। इसके अलावा आलू के अंकुरित हिस्से का भी प्रयोग नहीं करना चाहिए।

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